राम आ गए।





राम भजन _ राम आ गए।

पानी सरजू जब इतराने लगे समझो राम आ गए।
खग मृग जीव चहचहाने लगे समझो राम आ गए।

जगमग दीप जलाओ हर द्वार रंगोली सजाओ।
भजन राम की गाओ हर दिल में राम बसाओ।
नैन राह में राम आंसू बहाने लगे समझो राम आ गए।

राम कण कण में है बसाओ जैसे मन मन में हैं।
जपो राम नाम करतल में याद जैसे राम हरपल में।
सोते जागते रूप आंखो समाने लगे समझो राम आ गए।

करो मंदिर को स्वक्ष संग मन भी प्रत्यक्ष।
करो नदियां पवित्र रखो न मन में मलीक्ष।
भूल राग द्वेष बैरी दिल मिलाने लगे समझो राम आ गए।

गीतकार 
श्याम कुंवर भारती
बोकारो ,झारखंड
मॉब.९९५५५०९२८६





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6 Comments

Mohammed urooj khan

23-Jan-2024 01:06 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Shnaya

22-Jan-2024 12:42 AM

Very nice

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Rupesh Kumar

21-Jan-2024 05:58 PM

Nice one

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